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1.1 by starun


22/10/2016

Acerca del Poshan Doot

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इस APP के माध्यम से अपने बच्चे के विकास को जाने.

स्वस्थ बच्चा समृद्ध राष्ट्र

बच्चे किसी भी देश या समाज के भविष्य होते हैं या यूं कहें कि किसी भी समाज के निर्माण में नींव की आधारशिला होते हैं । वैज्ञानिक शोधों से यह सिद्ध हो चुका है कि मनुष्य में मस्तिष्क के विकास का 75 प्रतिशत 5 वष॔ की आयु तक हो चुका होता है । अर्थात यह अवस्था सबसे महत्वपूर्ण होती है जिसमें बच्चों के देखभाल और उनके पोषण एवं स्वास्थ्य के साथ ही उनके उचित आहार पर भी विशेष ध्यान दिया जाये । समेकित बाल विकास सेवाओं के शुरूआत के पीछे यही मंशा थी कि 0 से 6 वष॔ के बच्चों के लिए आवश्यक समस्त सेवाएं एक ही छतरी के नीचे प्राप्त हो सकें । विभिन्न अध्ययनों में यह तथ्य सामने आया है कि बच्चों में कुपोषण का स्तर अभी भी ऊंचा है । कुपोषण एक बहुआयामी समस्या है जो बच्चों के विकास को कई तरह से प्रभावित करती है । इन विविध पहलुओं पर विचार विमर्श करने के उपरांत बच्चों में कुपोषण के बारे में जनसामान्य को जागरूक करने ,कुपोषण के स्तर को ज्ञात करने तथा कुपोषण उन्मूलन में केवल आई 0 सी0 डी0 एस0 ही नहीं अपितु विविध विभागों को साथ लेकर एक समेकित प्रयास करने के लिए जनपद ऊधम सिंह नगर में जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने मिशन पोषण आरोहण नाम से एक नया कार्यक्रम प्रारंभ किया है ।

इस कार्यक्रम मिशन खिलती कलियाँ में जनपद के ऑगनवाडी केन्द्रों पर चिन्हित 422 अति कुपोषित बच्चों को विभिन्न विभागों ( प्रशासन, पुलिस, ग्राम्य विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्य, उद्योग, कृषि, उद्यान पेयजल इत्यादि ) के जनपद से लेकर विकास खंड स्तर के अधिकारियों को गोद दिया गया है । ये अधिकारी अपने द्वारा गोद लिए गये बच्चों के पोषण ,स्वास्थ्य की तब तक निगरानी करेंगे जब तक कि अति कुपोषित बच्चा कुपोषण मुक्त हो कर सामान्य श्रेणी में न आ जाए । सामान्य श्रेणी में बच्चे के तीन माह तक स्थिर रहने के उपरांत ही उस अधिकारी को किसी अन्य अति कुपोषित बच्चे को गोद दिया जाएगा ।

जनपद के सभी ऑगनवाडी केन्द्रों पर प्रत्येक माह की 5 तारीख को समस्त बच्चों का वजन लेने और उन्हें टेक होम राशन बांटने के निर्देश जारी हैं । अति कुपोषित बच्चों को गोद लेने वाले सभी अधिकारी उस दिन ऑगनवाडी केन्द्रों पर उपस्थित होकर अपने सामने बच्चों का वजन करवाते हैं और अति कुपोषित बच्चों को इसके लिए विशेष रूप से तैयार खाद्य पदार्थों और प्रोटीन सप्लिमेंट से युक्त पैकेट भी प्रदान करते हैं । 10 तारीख को स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से समस्त चिन्हित बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता है और आवश्यकतानुसार उन्हें उच्च स्वास्थ्य केन्द्रों पर रेफर किया जाता है ।

इन समस्त अति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर की निगरानी के लिए कई टूल विकसित किये गये हैं । जैसे कि मुख्य मंत्री बाल पोषण संवर्धन काड, प्रत्येक बच्चे के लिए व्यक्तिगत प्रोफाइल और ऑनलाइन निगरानी के लिए पोषण दूत एंड्रॉयड बेस्ड मोबाईल ऐप्लिकेशन।

इस app के माध्यम से न केवल जनसामान्य अपने बच्चों के पोषण स्तर और ऑगनवाडी केन्द्रों के माध्यम से प्राप्त सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है, अपितु सुविधाओं के न मिलने की स्थिति में उच्च स्तर पर इसकी शिकायत भी कर सकता है । इसके अतिरिक्त इस मोबाइल ऐप के माध्यम से अति कुपोषित बच्चों को गोद लेने वाले समस्त अधिकारी अपने बच्चों के पोषण एवं स्वास्थ्य के बारे में अद्यतन जानकारी प्राप्त कर सकते हैं । एडमिन पैनल के माध्यम से बच्चों की संख्या में कमी या अधिकता की स्थिति में या अन्य जानकारियों को इसमें जोडा जा सकता है ।

हमारा लक्ष्य कुपोषण मुक्त ऊधम सिंह नगर ।

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Last updated on 22/10/2016

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